कार्यक्रम आयोजित कराना एवं फंड इकट्ठा कराना मुख्य आरोपी का कामः राजनीतिक फंडिंग, बैंक खाते, चल-अचल संपत्ति व मनी ट्रेल आदि की होगी जांच-पुलिस कप्तान
हाथरस-6 जुलाई। जनपद के थाना सिकन्द्राराऊ क्षेत्र के ग्राम फुलरई मुगलगढ़ी में सत्संग समागम के समापन पर घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना में वाँछित मुख्य आयोजक एक लाख का ईनामिया मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर व दो अन्य साथियों को रामप्रकाश शाक्य व संजू यादव को पुलिस टीमों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।
उक्त घटना को लेकर आज पुलिस लाइन में मनोरंजन कक्ष में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि जनपद के थाना सिकन्द्राराऊ के ग्राम फुलरई मुगलगढी में गत 2 जुलाई को एक अत्यन्त दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जिसमें भोले बाबा के सत्संग कार्यक्रम के उपरान्त भगदड़ मचने से 121 लोगों की मृत्यु हो गयी। घटना के सन्दर्भ में 2 जुलाई को थाना सिकन्द्राराऊ पर मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर व अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा-105/110/ 126(2)/223/238 में अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना की विवेचना पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को स्थानान्तरित करते हुये पूर्व में ही 6 सत्संग समागम से जुड़े सेवादारों की गिरफ्तारी हो चुकी थी।
प्रेस वार्ता में पुलिस कप्तान निपुण अग्रवाल ने बताया कि इस घटना के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी हेतु तमाम प्रयास विफल होने के पश्चात अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा द्वारा 4 जुलाई को आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया। उक्त आरोपी देवप्रकाश मधुकर को हाथरस की जनपदीय एसओजी द्वारा कल 5 जुलाई को देर शाम नजफगढ़ (दिल्ली) से गिरफ्तार किया गया तथा थाना सिकन्द्राराऊ पुलिस द्वारा आज मुख्य आरोपी के साथी रामप्रकाश शाक्य को कैलोरा चैराहा से तथा संजू यादव को गोपालपुर कचैरा सिकन्द्राराऊ से गिरफ्तार किया गया है।
प्रेस वार्ता में पुलिस कप्तान ने बताया कि उक्त दर्दनाक हादसे को लेकर प्रारम्भिक पूछताछ पर मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर द्वारा अवगत कराया गया कि वह जनपद एटा में वर्ष 2010 से मनरेगा में जूनियर इंजीनियर के पद पर संविदा पर कार्यरत है। वह इस संगठन से वर्षो से जुडा है और इस संगठन के कार्यक्रम आयोजित कराना तथा संगठन के लिये फण्ड इकट्ठा करने का काम करता है। वह 2 जुलाई को ग्राम फुलरई में आयोजित सत्संग के कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था तथा इस कार्यक्रम की अनुमति इन्ही के द्वारा ही ली गयी थी। इस प्रकार मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर की इस घटना में दो भूमिकाएंे-मुख्य आयोजक एवं फण्ड रेजर के रुप में प्रकाश में आयी है।
प्रेस वार्ता में पुलिस कप्तान ने बताया कि उक्त मुख्य आरोपी तथा इसके निर्देशन में कार्य कर रहे सेवादारो/समिति के सदस्यों की सत्संग के पाण्डाल के आसपास बैरिकेडिंग, प्रवेश द्वार, निकास द्वार, बैठने की व्यवस्था, पार्किंग व अन्य सुविधाआंे की सम्पूर्ण जिम्मेदारी थी। मुख्य आरोपी देवप्रकाश एवं अन्य सेवादारों के द्वारा पुलिस प्रशासन को कार्यक्रम स्थल के अन्दर किसी भी तरह के हस्तक्षेप से रोका गया। उक्त कार्यक्रम स्थल पर इनके सेवादार तरह तरह की वेशभूषा में कमाण्डोज के रुप में सारी व्यवस्थाऐ देख रहे थे। कार्यक्रम स्थल पर किसी भी व्यक्ति को वीडियोग्राफी अथवा फोटोग्राफी करने से रोका जाता था। इस प्रकार उक्त व्यवस्था को सही तरीके से नहीं किया गया एवं प्रशासन द्वारा निर्गत अनुमति पत्र में वर्णित अनेक शर्तों का उल्लंघन करते हुये यातायात व्यवस्था इत्यादि को प्रभावित किया गया। पूछताछ से यह भी स्पष्ट हुआ है कि इनके द्वारा भीड़ को सम्भालने का कोई प्रयास नहीं किया गया तथा सभी मौके से फरार हो गये। इस प्रकार इस मुख्य आरोपी एवं उसके साथियों के निर्देशन में कार्य कर रहे सेवादारों (जिनमे 6 सेवादारांे को गिरफ्तार किया जा चुका है) के द्वारा अव्यवस्था की गयी। जिसके चलते यह घटना घटी और कई जानें चली गईं। पूछताछ में यह भी प्रकाश में आया है कि इनके और इनके सेवादारांे द्वारा प्रवचनकर्ता की गाडी को भीड़ के बीच से निकाला गया। जबकि इनको इस तथ्य की जानकारी थी कि भीड़ से निकालने के समय चरणरज के लिये भगदड़ मचने से भयानक दुर्घटना हो सकती थी। इसके अतिरिक्त इस तथ्य की भी गहराई से जांच की जा रही है कि यह घटना आयोजक सेवादारांे द्वारा किसी के कहने या दुष्प्रेरित करने से तो नहीं करायी गयी है एवं आवश्यकतानुसार गिरफ्तार सेवादार आयोजकों को पुलिस कस्टडी रिमाण्ड मे लेकर पूछताछ की जायेगी।
प्रेसवार्ता में पुलिस कप्तान निपुण अग्रवाल ने बताया कि मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर इस संगठन में काफी दिनों से जुडे होने के कारण संगठन का फंण्ड रेजर बन गया था और संगठन को संचालित करने तथा सत्संग इत्यादि कराने के लिये पैसे इकट्ठा कर रहा था। पुलिस कप्तान के मुताबिक पूछताछ से यह भी पता चला है कि इनसे विगत कुछ समय पूर्व कुछ राजनीतिक पार्टियों द्वारा सम्पर्क किया गया था। फण्ड इकट्ठा करने के सम्बन्ध में गहराई से जांच की जा रही है कि कहीं इस तरह के कार्यक्रम तथा अन्य संसाधनों को किसी राजनीतिक पार्टी से पोषित तो नहीं हैं। अब तक की पूछताछ से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने राजनीतिक व निजी स्वार्थ के लिये इनसे जुडे हैं। आरोपी देवप्रकाश मधुकर से जुडे हुये समस्त बैंक खाते, चल-अचल सम्पत्ति, मनी ट्रेल इत्यादि की जांच की जा रही है जिसमें आवश्यकतानुसार अन्य एजेन्सियों से भी सहयोग लिया जायेगा।
पुलिस कप्तान ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में सत्संग समागम समागम के मुख्य आयोजक एवं मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर पुत्र राम सिंह निवासी गांव सलेमपुर गादरी थाना अवागढ़ जनपद एटा हाल निवासी मौहल्ला दमदपुरा नई कालोनी सिकन्द्राराऊ, रामप्रकाश शाक्य पुत्र स्व. परमाईलाल शाक्य निवासी खांकेताल थाना बेवर जनपद मैनपुरी व संजू यादव पुत्र साधू यादव निवासी गोपालपुर थाना सिकन्द्राराऊ हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार भी मौजूद थे तथा मुख्य आरोपी को गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में हाथरस पुलिस टीम शामिल थी।