हाथरस-28 मार्च। जनपद न्यायाधीश, सतेन्द्र कुमार, जिला मजिस्ट्रेट अर्चना वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने संयुक्त रूप से आज जिला कारागार अलीगढ़ का भ्रमण कर यथास्थिति का जायजा लिया एवं बंदियों से वार्ता कर विधिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जनपद न्यायाधीश, जिला मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधीक्षक ने विचाराधीन पुरूष बन्दी व महिला बंदियों से वार्ता कर उनकी हिस्ट्री टिकटों को देखा। उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना तथा उनकी समस्याओं के निस्तारण हेतु जेल अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दिये।
जनपद न्यायाधीश सतेन्द्र कुमार ने वरिष्ठ अधीक्षक से जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों के सम्बन्ध में जानकारी करने पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने अवगत कराया कि वर्तमान में जनपद हाथरस से सम्बन्धित कुल 1143 बन्दी निरूद्ध है, जिनमें 1091 पुरूष तथा 39 महिलाएं एवं (18 से 21 वर्ष से कम आयु के बन्दी) 13 व जनपद हाथरस की निरूद्ध महिलाओं के साथ 1 लड़की है। सचिव द्वारा पुरूष बन्दी व महिला बन्दी से बातचीत की गई व उनकी समस्यों को सुना तथा उनकी समस्या के निस्तारण हेतु वरिष्ठ जेल अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दिये। निरीक्षण के समय कारागार में निरूद्ध बंदियों से उनकी तारीख पेशी एवं भोजन के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी की गयी तथा बन्दियों से आज के भोजन के बारे में पूछा गया। इसके अतिरिक्त बीमार निरूद्ध बन्दियों से उनके स्वास्थ्य के बारे में एवं उनको दी जाने वाली दवाओं के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली गयी।
निरीक्षण के दौरान बन्दियों से विधिक सहायता के बारे में पूछा गया तो बन्दियों द्वारा ने बताया कि उन्हें विधिक सहायता मिल रही है। जनपद न्यायाधीश, जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक ने चिकित्सालय, पाठशाला, रसोईघर एवं बन्दियों की बैरकों का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय जनपद न्यायाधीश ने बंदियों से कहा कि यदि किसी बंदी के पास पैरवी हेतु अधिवक्ता उपलब्ध नहीं है तो वह जेल अधीक्षक के माध्यम से एक प्रार्थना पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को प्रेषित कर निःशुल्क सहायता प्राप्त कर सकते हैं। महिला बैरक के निरीक्षण के दौरान जनपद न्यायाधीश, जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक ने पाठशाला में अध्ययनरत महिला बंदियों के बच्चों को बिस्कुट, चिप्स व चॉकलेट्स वितरित किए।
निरीक्षण के समय जनपद न्यायाधीश ने जेल अधीक्षक अलीगढ़ को उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कारागार जेलर अलीगढ, चिकित्सक आदि उपस्थित थे।