रक्त की कालाबाजारी प्रकरण में सांसद व सदर विधायक से मिला एडीएचआर का प्रतिनिधिमंडल
हाथरस-16 मार्च। एडीएचआर के प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाते हुए आज सांसद राजवीर दिलेर व सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर से मिलकर रक्त की कालाबाजारी करने और संरक्षण देने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय ने रक्त की कालाबाजारी करने वालों व संरक्षण देने वाले सीएमएस डा. सूर्य प्रकाश के खिलाफ सांसद एवं सदर विधायक को ज्ञापन देते हुए कहा कि रक्त लेने वाला स्वयं वीडियो में बता रहा है कि मैं सरकारी ब्लड बैंक से 2100 रूपये देकर रक्त की यूनिट लाया हूँ और बदले में रक्त नहीं दिया है। फिर भी जांच कमेटी के अध्यक्ष डा. सूर्य प्रकाश ने स्पष्ट रक्त की कालाबाजारी के तथ्यों की अनदेखी कर अपने चहेते स्टाफ को बचाते हुए मनगढ़ंत जांच रिपोर्ट बना दी।
सांसद व सदर विधायक से शिकायत करते हुए प्रवीन वाष्र्णेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच कमेटी के अध्यक्ष डा.सूर्य प्रकाश द्वारा अपने चहेते कर्मियों को बचाकर जांच में लीपापोती कर कोई कार्यवाही नहीं करने से साफ प्रतीत होता है कि जो-जो ब्लड बैंक कर्मी इस रक्त की कालाबाजारी के रैकेट में संलिप्तत हैं। यह इनके खासमखास और चहेते हैं और इनके इशारों पर कार्य करते हैं और ऐसी खबरें मिली है कि जिला अस्पताल में बहुत बडा गोरखधंधा करते हैं। इसी कारण इनकी तैनाती डा.सूर्य प्रकाश द्वारा की गई है।
शिकायतकर्ता प्रवीन वाष्र्णेय ने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच कमेटी के अध्यक्ष सीएमएस डा. सूर्य प्रकाश द्वारा उक्त रक्त की कालाबाजारी करने वाले ब्लड बैंक कर्मियों को बचाना इनकी संलिप्तता भी दर्शाता है। जांच कमेटी ने स्पष्ट तथ्यों को नकार कर अपने चहेते स्टाफ को बचाने के उद्देश्य से गलत तथ्य दर्शाकर लीपापोती कर दी है। इससे यह यकीन हो गया है कि यह रक्त की कालाबाजारी का घिनौना कृत्य संरक्षण में चल रहा है। क्योंकि जितने भी ब्लड बैंक कर्मी रक्त की कालाबाजारी मे संलिप्त हैं वह सभी सीएमएस डा. सूर्य प्रकाश के खासमखास हैं और इनके बहुत चहेते हंै। जिस प्रकार रक्त लेने वाले इरफान के बयान के आधार पर क्लीन चिट दी है, मैंने अपने बयानों मे लैटर लिखवाने के सबूत उपलब्ध कराये थे, उनको कहीं भी सम्मलित नहीं किए गए हैं।
उन्होंने कहा है कि एडीएचआर कभी भी ऐसी ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर नहीं लगायेगी, जिसमें गरीब व जरूरतमंदों के लिए एकत्रित रक्त की कालाबाजारी होती हो।
उन्होंने उक्त प्रकरण की निष्पक्ष तरीके से जांच व दोषियों के खिलाफ एवं सीएमएस डा. सूर्य प्रकाश की भूमिका की जांच कर विभागीय कानूनी कार्यवाही कराने के लिए पुनः लिखित शिकायत सांसद राजवीर दिलेर व सदर विधायक अंजुला सिंह माहौर को दी है। दोनों जनप्रतिनिधियों ने न्याय प्रिय कार्यवाही का आश्वासन दिया है।