अलीगढ़। मंगलायतन विश्वविद्यालय के पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन एवं बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा विश्व फेफड़े कैंसर दिवस मनाया गया। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों व विद्यार्थियों के साथ जन जागरूकता रैली निकाली गई। विश्वविद्यालय परिसर से गांव किला बेसवां तक निकाली गई रैली में विद्यार्थी ग्रामीणों को नशा छोड़ने के लिए जागरूक करते हुए चल रहे थे। हाथों में लिए स्लोगन पट्टिकाओं के साथ गगनभेदी नारे भी लगाए।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, संयुक्त कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा, डीन एकेडमिक प्रो. अब्दुल वदूद ने हरी झंड़ी दिखाकर किया। कुलपति ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि फेफड़ों के कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचना है तो धूम्रपान को जीवन से दूर करना होगा और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना होगा। गांव की गलियों से नारे लगाते हुए निकले बच्चों ने नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया। नाटक को ग्रामीणों द्वारा सराहा गया और धूम्रपान को छोड़ने की शपथ ली। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आइएनपीएस के निदेशक डा. आरके शर्मा ने कहा कि दूषित जीवन शैली के कारण नित नए फेफडे कैंसर के मरीज सामने आ रहे हैं। यह बीमारी जानलेवा है, यदि समय रहते धूम्रपान व प्रदूषण से हमने निजात पाली तो इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है। यह सभी के जागरूक होने से ही संभव है। विभागाध्यक्ष मीनाक्षी बिष्ट ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डा. उन्नति जादौन, डा. सोनी सिंह, लव मित्तल, ओंकार सिंह, पृथ्वी सिंह, डा. सौरभ मिश्रा, जितेंद्र सारस्वत, आकाश दीप, विनोद कुमार, डा. अल्का सिंह, डा. नेहा, डा. शशांक, सलोनी सिंह, शालिनी सिंह, सैय्यद राशिद आदि थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति प्रो. पीके दशोरा, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, संयुक्त कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा, डीन एकेडमिक प्रो. अब्दुल वदूद ने हरी झंड़ी दिखाकर किया। कुलपति ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि फेफड़ों के कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचना है तो धूम्रपान को जीवन से दूर करना होगा और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना होगा। गांव की गलियों से नारे लगाते हुए निकले बच्चों ने नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया। नाटक को ग्रामीणों द्वारा सराहा गया और धूम्रपान को छोड़ने की शपथ ली। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आइएनपीएस के निदेशक डा. आरके शर्मा ने कहा कि दूषित जीवन शैली के कारण नित नए फेफडे कैंसर के मरीज सामने आ रहे हैं। यह बीमारी जानलेवा है, यदि समय रहते धूम्रपान व प्रदूषण से हमने निजात पाली तो इस बीमारी को जड़ से खत्म किया जा सकता है। यह सभी के जागरूक होने से ही संभव है। विभागाध्यक्ष मीनाक्षी बिष्ट ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डा. उन्नति जादौन, डा. सोनी सिंह, लव मित्तल, ओंकार सिंह, पृथ्वी सिंह, डा. सौरभ मिश्रा, जितेंद्र सारस्वत, आकाश दीप, विनोद कुमार, डा. अल्का सिंह, डा. नेहा, डा. शशांक, सलोनी सिंह, शालिनी सिंह, सैय्यद राशिद आदि थे।