गावं तिलौठी में भारतीय कृषि एवं प्राकृतिक संसाधन विकास संस्थान सासनी हाथरस के बैनरतले एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को खेती के गुर सिखाए।
रविवार को अयोजित किसान गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक डा. मनोज प्रताप सिंह ने कृषकों को आए बढाने के लिए मधुमक्खी पालन,एवं खेती से संबधित उपाय सुझाए। उन्हांेने रासायनिक उर्वरकों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जैविक खेती की ओर हमारे किसान भाई ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे रासायनिक उर्वरकों की तुलना में जैविक खाद वर्मी कंपोस्ट, हरी खाद, एवं कंपोस्ट अर्थात गोबर की खाद अत्यंत जरूरी है। उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा की जाने वाले रासायनिकों के प्रयोगों से हमारी जमीन उपजाऊ की जगह बंजर होती जा रही है। उन्होंने बताया कि संस्थान में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को निःशुल्क परामर्श की सुविधा उपलब्ध है। फसलों में लगने वाले कीट पतंगों एवं बीमारियों की जांच भी निःशुल्क होती है। किसान गोष्ठी में मनोज कुमार, अमर सिंह, श्रीमती प्रवेश देवी, शिवाजी, आदि मौजूद रहे।