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September 17, 2024 8:51 pm

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सादाबाद में विहिप ने मनाया अखंड भारत संकल्प दिवसःसंकल्प

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सादाबाद-17 अगस्त। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के तत्वावधान में अखंड भारत दिवस का कार्यक्रम कस्वा प्रखंड में अग्रवाल सेवा सदन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता राधा रमन अग्रवाल ने की एवं मुख्य वक्ता के रूप में जिला पालक प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र सिंह, सोमप्रकाश नगर संचालक सादाबाद, मुकेश सूर्यवंशी प्रांत समरसता सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भारत माता के छवि चित्र पर पुष्प अर्पित कर व दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अतिथियों का स्वागत प्रखंड अध्यक्ष प्रिंस अग्रवाल द्वारा दुपट्टा पहना कर किया गया। मुख्य वक्ता सुरेंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि पिछले 1000 वर्ष में भारत में कई विभाजन हुए, पर 1947 का बंटवारा हमारी स्मृतियों को सबसे अधिक उद्धेलित करने वाला है। इसलिए शायद बहुत रक्तरंजित और मां बहनों की घोर अवमानना से कलंकित है। इसलिए यह हमारी स्मृतियों में जीवित है। भारत ने 1947 से पहले भी काफी खोया व उसके बाद भी अफगानिस्तान हजार साल पहले एक भारत का अंग था। उपगण स्थान कहलाता था। बुद्ध की सैकड़ांे प्रतिमाओं से सुसज्जित अखंड भारत का यह उत्तर पश्चिमी भाग सन 963 ई. में भारत के हाथों से निकल गया और इसी प्रकार श्रीलंका, वर्मा, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि भी अखंड भारत के अभिन्न अंग रहे हैं। पर कुछ कतिपय कारणों व देशद्रोहियों के कारण यह सभी भूभाग मां भारती से अलग होते गए परिणाम स्वरूप अखंड भारत कई खंडों में बटा हुआ दिखाई देता है। जो किसी भी राष्ट्र प्रेमी को स्वीकार नहीं।
प्रखंड अध्यक्ष प्रिंस गोयल ने कहा कि इसीलिए भारत रत्न पं.अटल बिहारी वाजपेई द्वारा देश विभाजन विषय पर लिखित चार पंक्तियां जो उनकी एक बड़ी कविता के अंत में आती है। इस प्रकार है-दिन दूर नहीं खंडित भाग को पुनःअखंड बनाएंगे।
गिरगिट से गारो पर्वत तक आजादी पर्व मनाएंगे। उस स्वर्ण दिवस के लिए आज से कमर कसे बलिदानी करें।
जो पाया उसमें जो खो न जाए जो खोया उसका ध्यान करें। इसी प्रकार का कृत्रिम विभाजन जो प्रत्येक राष्ट्र प्रेमी के हृदय में प्रश्न पैदा करता है व साथ ही भारत की गौरवशाली विविधता पूर्ण परंपरा एवं विरासत पर एक प्रश्न चिन्ह है। जहां भारत साहस, शौर्य ,समर्पण व मानवीय एकता का नायक रहा है। वहीं दूसरी ओर भारत के ही निवासियों के निराशापूर्ण एवं उपेक्षापूर्ण व्यवहार के कारण समय समय पर भारत खंडित होता रहा है, जो प्रत्येक भारतीय के लिए त्रासदी पूर्ण है। ऐसी घटना पुनः न हो, साथ ही भारत पुनः अखंड बने ऐसा हम संकल्प लें। इसलिए प्रत्येक 14 अगस्त को हम अखंड भारत संकल्प दिवस के रूप में मनाते हैं और अपने घर में प्रतिष्ठान में या यथासंभव जहां भी हो सके वहां मां भारती के समक्ष एक दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय उत्तरदायित्व पूर्ण करें। डब्बू पाराशर मंडल अध्यक्ष, सुनील गौतम भाजपा, अर्जुन, पूनम, उमेश शर्मा, प्रवीण गुप्ता, भूदेव, देवेश चैधरी, शकुंतला बहनजी, शकुंतला आदि दर्जनों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

dainiklalsa
Author: dainiklalsa

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