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October 9, 2024 8:43 pm

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शिक्षक दिवस पर शिक्षा जगत में विशेष योगदान प्रदान करने वाले 4 शिक्षकों को किया सम्मानित

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हाथरस-7 सितंबर। शिक्षकों के कल्याणार्थ समर्पित निष्पक्ष संस्था शिक्षक कल्याण समिति के तत्वावधान में शिक्षक दिवस पर शिक्षक सम्मान संगोष्ठी का आयोजन रामबाग इण्टर कॉलेज के सभागार में किया गया। जिसमें शिक्षा जगत में विशेष योगदान प्रदान करने वाले चार शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर नरेश चन्द्र गुप्ता पूर्व प्रधानाचार्य अक्रूर इण्टर कॉलेज, देवेन्द्र कुमार शर्मा पूर्व प्रधानाचार्य महात्मा गांधी इण्टर कॉलेज, सत्यदेव गुप्ता पूर्व वरिष्ठ प्रवक्ता श्री मानिकचन्द्र इण्टर कॉलेज लाढ़पुर तथा रामकिशोर शर्मा पूर्व प्रधानाचार्य आदर्श विद्या निकेतन इण्टर कॉलेज को प्रतीक चिह्न,सम्मान पत्र व उत्तरीय, वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया।
उक्त संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रमुख समाजसेवी एवं उद्यमी नरेश चन्द्र वर्मा प्रबंधक रामबाग इण्टर कॉलेज ने की। जबकि मुख्य आतिथ्य डॉ. राजीव कुमार गुप्त प्रधानाचार्य साहब सिंह इण्टर कॉलेज दरियापुर तथा संतोष कुमार गुप्ता प्रबन्धक एम.एल. इण्टर कॉलेज सहपऊ तथा संचालन संस्था के महामंत्री व पूर्व वरिष्ठ शिक्षक नथमल गुप्ता ने किया।
संस्था के अध्यक्ष तथा शिक्षाविद डॉ. राधेश्याम वाष्र्णेय, हिमॉशु ने भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा द्वितीय राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुये कहा कि शिक्षण एक पेशा नहीं है। बल्कि एक मिशन है तथा देश में सर्वश्रेष्ठ बुद्धि वाले लोग शिक्षक होने चाहिए। लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अनूकूल परिवर्तन तो किये गये। परन्तु सर्वश्रेष्ठ बुद्धि वाले लोग शिक्षक की भूमिका का मापन नहीं किया गया है। जिससे शिक्षा क्षेत्र में क्या बदलाब आयेगा? समझ से परे है। स्वामी विवेकानन्द जी का कहना था कि हमें तो ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र बने, मानसिक बल बढ़े, बुद्धि का विकास हो और जिससे युवा वर्ग अपने पैरों पर खड़ा हो सके। इसी शिक्षा को व्यावहारिक रुप में लाने के उपयुक्त साधन हमारे शिक्षक हैं। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का कहना था कि यदि किसी देश को भ्रष्टाचार मुक्त व सुन्दर मन वाले लोगों का देश बनाना है तो समाज के प्रमुख सदस्य माता, पिता और गुरू हो सकते हैं। मेरा भी मानना है कि शिक्षकों में छात्रों के सर्वागींण व चहुँमुखी विकास के लिये कौशल प्राप्त हो।
अन्त में संस्था का परिचय व संघर्ष का इतिहास बताते हुये सभागार में समस्त आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में इसी तरह सहयोग प्रदान करने की कामना की।
संगोष्ठी में श्रीमती सुधा गुप्ता प्रधानाचार्य, कमलेश गुप्ता शिक्षाविद, वीना गुप्ता न्यायविद, विजय कुमार गुप्ता शिक्षाविद, महेश कुमार शर्मा शिक्षाविद आदि ने प्रतिभाग किया।

dainiklalsa
Author: dainiklalsa

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