मेला में अखिल भारतीय गंगा जमुनी मुशायरा सम्पन्न
हाथरस-26 सितम्बर। मेला श्री दाऊजी महाराज के विशाल पंडाल में ऑल इंडिया गंगा जमुनी मुशायरा का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास गुप्ता के पुत्र पूर्व एमएलसी हरेंद्र अग्रवाल ने दीप प्रज्जलन कर तो वहीं कांग्रेस व किसानों की वरिष्ठ नेता प्रखर वक्ता अंतरराष्ट्रीय शूटर प्रतियोगिता की गोल्ड मेडलिस्ट सुश्री पूनम पंडित ने शमां रोशन कर एवं ओ.सी.कलेक्ट्रेट राज बहादुर राज साहब ने मां शारदे के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत्त शुभारंभ किया कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्रज कला केंद्र की आजीवन सदस्य डॉ प्रीति लवानिया की सर्वप्रथम मां सरस्वती की वन्दना साबिया असर भोपाल ने की तो नात ऐ पाक दीपक रफी ने पढकर कार्यक्रम की शुरूआत ही गंगा जमुनी तहजीब से की। तो वही दाऊ बाबा और रेवती मैया की वंदना कार्यक्रम संयोजक चंद्रगुप्त विक्रमादित्य की कार्यक्रम में बीना गुप्ता एड., हरिशंकर वर्मा, राम ब्रज एड., अजय गौड़ एड., डॉ जितेंद्र शर्मा, नवल नरूला, विष्णु कुमार आदि ने कार्यक्रम समन्वयक नगर पालिका अधिशासी अधिकारी रोहित सिंह, विजन कॉलेज के अध्यक्ष राहुल पांडे, मंगलायतन विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक डॉक्टर राजीव शर्मा, पी. पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत वरिष्ठ प्रशासन अधिकारी बृजमोहन शर्मा.फोकस अल्ट्रासाउंड सेंटर के निदेशक डॉ विकास शर्मा, सर्जन डॉक्टर भरत यादव, किसान नेता फिरोजाबाद से पधारे विनीत कुमार उर्फ बिन्नी भैया आदि विशिष्ट अतिथियों का सम्मान शॉल उड़ाकर एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी हरेंद्र अग्रवाल एवं पूनम पंडित वह इस कलेक्ट्रेट राज बहादुर राज साहब का शॉल उड़ाकर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया
संचालन करते हुऐ आशु कवि अनिल बौहरे ने कहा हाले गम सुनाते जाइए, शर्त यह है मुस्कराते जाइए। दुश्मनों से प्यार होता जायेगा, दोस्तों को आजमाते जाइए। कहकर साथी संचालक संतोष शर्मा सागर को बुलाया। उन्होंने पढा-मेरे मालिक जरा सी भूल से ये क्या बना बैठे। जिन्हें डाकू बनाना था उन्हें नेता बना बैठे। सुकवि राज बहादुर राज ओ सी कलेक्ट्रेट मेला पर्यवेक्षक ने पढा रोज नया ही मंजर देखा, उसको खुद के अन्दर देखा। किन रिश्तों को अपना कहते, सबने मतलब भर का देखा। संजय खत्री इंदौर ने अपने खुद के कालेपन पर लगातार व्यंग करके खूब हंसाया। प्रमुख शायर कुंवर जावेद कोटा एकबार फिर छा गये उनकी पंक्तियां यूं थीं अपने ही तो अपनों से घात करते हैं, जो दुरंगे लोग तिरंगे की बात करते हैं।
राहुल शर्मा मुरादाबाद के काव्य पाठ के बाद राशिद राहत कुन्दरकी ने पढा-आती है मौत भूख से आये मगर, रोटी वतन को बेच के खायी न जावेगी। विजय प्रकाश भारद्वाज अलीगढ- जिनको महानता की ऐ बी सी डी आती नही, ऐसे लोक थोक में महान बने बैठे हैं।
मन्जर नबाब फिरोजाबाद- सीख लो तुम भी थोडी मक्कारी, सब से झुक कर मिलो सलाम करौ। शायरा सबीहा असर भोपाल-खुश्बू की तरह मेरी आंखों में रहा कर, मैं रहूंगी तेरी आंखों में ख्वाबों की तरह।
शमीम कौसर आगरा- न तेरी गली से आना न तेरी गली से जाना। शायर विनीत आशना चंदौसी- कमी आ जायेगी क्या यार तेरे खजाने में, जरा सी बात करने में, जरा सा मुस्कराने में।
कवयित्री सरिता जैन देहली- कब से लगी हूं, खुद को ये समझाने में, एक ही हिचकी लगती है मर जाने में।
शायरा रूबीया राणा मुजफ्फरनगर-राम तुम्हारी अवधपुरी में मंदिर भव्य बनाया है, पूरी दुनिया को सुनकर बहुत ही भाया है।
हर कवि/शायर की रचना ने गंगा जमुनी तहजीब के मुशायरे को बडी ऊंचाई प्रदान की।
जनपदीय कवियों में नूर मोहम्मद नूर, श्याम बाबू चिंतन , पंडित हाथरसी, कवयित्रीयों मीरा दीक्षित, मनु दीक्षित, रूपम कुशवाह आदि ने काव्य पाठ किया। संचालन आशु कवि अनिल बौहरे तथा निजामत संतोष सागर विदिशा ने की। संयोजक चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने सम्मान कार्यक्रम का संचालन किया।
व्यवस्था सहयोगी बृज कला केन्द्र, राष्ट्रीय कवि संगम, काका स्मारक समिति, सारथी परिवार मथुरा से सेठ एवं सारथी परिवार के संचालक मफतलाल लाल अग्रवाल एवं अपना घर आश्रम के अध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता संस्थापक मदनलाल वार्ष्णेय अध्यक्षीय उदबोधन डा प्रीति लवानिया बरेली अध्यक्ष ने किया। आभार संयोजक चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने महिला वर्ग से वीना गुप्ता एड. ने दिया।
कार्यक्रम में कुछ स्मृतिशेष महान पुरुषों की स्मृति की जिनमें पद्मश्री काका हाथरसी के पुत्र संगीतकार डा लक्ष्मीनारायण गर्ग की संगीत कार्यालय ने, बृज कवि डा जगदीश लवानिया की डा प्रीति लवानिया ने, बाबूलाल जैन स्मृति सम्मान बिना गुप्ता एडवोकेट ने कोटा से पधारे शायर कुंवर जावेद साहब को स्मृतियां सम्मान से सम्मानित किया गया चिकित्सक डा वी डी गुप्ता की उषा गुप्ता अमेरिका की तरफ से अनिल तेल बालों ने,समाजसेवी शायर राहुल शर्मा को सम्मानित किया तो वहीं शहर के प्रमुख समाजसेवी रहे मशरूमल शर्मा स्मृति सम्मान ओ.सी.कलेक्ट्रेट राज बहादुर राज साहब एवं एसडीएम सदर नीरज शर्मा को उनके पुत्र पूर्व प्राचार्य डॉक्टर राधेश्याम शर्मा एवं पत्र डॉ राजीव शर्मा द्वारा प्रदान किया गया, लाला गुलजारीलाल कातिब स्मृति सम्मान कवियत्री सरिता जैन को उनके पुत्र एच पी गुप्ता उदयपुर ने प्रदान किया, डाक्टर साहब बिहारीलाल बंसल रिषी कुमार बंसल एवं भाइयों ने, जनाब जैनुद्दीन खां की इरशाद भाई ने, जनाब अख्तर बाबू की मुश्ताक अहमदने, श्री बिष्णु दयाल बजाज की उनकी पत्नी पुत्रोंने, श्री गुरूचरन लाल नरुला स्मृति सम्मान उनके पुत्र नवल नरूला एवं कपिल नरूला ने प्रदान किया बाबू कृपा शंकर एडवोकेट स्मृति सम्मान उनकी पुत्रवधू सीमा वार्ष्णेय ने प्रदान किया कार्यक्रम में जो सबसे ज्यादा विशेष था कि पूरे हाथरस जनपद के जन् मानस ने भाग लिया इस अवसर पर सैकड़ो लोग मौजूद थे