हाथरस-2 मार्च। व्यक्ति के मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य कर रही एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक हृयूमन राइट्स संस्था अज्ञात शवों के धार्मिक रीति-रिवाज से दाह संस्कार का कार्य कर रही है। अज्ञात शव को एडीएचआर की देखरेख और समाजसेवी सुनीत आर्य के नेतृत्व में दाह संस्कार किया गया जिसके दाह संस्कार की व्यवस्था में एनएसएस अध्यक्ष सुनील अग्रवाल का पूर्ण रूपेण सहयोग रहा।
गत 27 फरवरी को हसायन कोतवाली के अंतर्गत जरैरा बम्बा में एक महिला का शव तैरता हुआ मिला था। महिला की उम्र लगभग 25 वर्ष थी। वह पीले रंग का सलवार एवं कुर्ता पहने हुए थी। महिला की मांग में सिंदूर लगा हुआ था। दाहिने हाथ पर ओम लिखा हुआ था। पुलिस द्वारा शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे रखा। शव की शिनाख्त न होने के कारण शव को थाना पुलिस द्वारा लावारिस घोषित कर पोस्टमार्टम कराया गया। उसके उपरांत पुलिस द्वारा समाजसेवी सुनीत आर्य व प्रवीन वार्ष्णेय से शव के अंतिम संस्कार के लिए अनुरोध किया गया।
समाजसेवियों द्वारा उपरोक्त शव का हिंदू रीति रिवाज से दाह संस्कार किया। अंतिम संस्कार में सुनील अग्रवाल अध्यक्ष निस्वार्थ सेवा संस्थान, प्रवीन वाष्र्णेय राष्ट्रीय महासचिव एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स, समाजसेवी सुनीत आर्य, आयोग दीपक, बंटी भाई कपड़े वाले साथ में रोमी ठाकुर, तरुण राघव, कनज सारस्वत, निष्कर्ष गर्ग, टेकपाल कुशवाहा, कांस्टेबल अनिल कुमार सिंह, महिला कांस्टेबल रुचि यादव भी मौजूद थे।