हाथरस-26 अक्टूबर। शासन के निर्देशों पर जिलाधिकारी द्वारा खाद्य पदार्थों में मिलावट आदि पर प्रभावी कार्यवाही हेतु अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) एवं एसडीएम सदर, वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी, सहायक आयुक्त खाद्य-2, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की एक संयुक्त टीम गठित की गई है, जो कि लगातार छापामार कार्यवाही कर मिलावटखोरों के खिलाफ अभियान चला रही है।
त्यौहारों के समय पर मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर अंकुश लगे जाने के लिए दीपावली पर्व को लेकर प्रशासन ने खाद्य पदार्थ निर्माताओं के यहां छापामार कार्यवाही तेज कर दी है। कल प्रशासन ने शहर के घनी आबादी के बीच अवैध रूप से चल रही नकली घी बनाने की दो फैक्ट्रियों को पकड़ा था और उसमें एक फैक्ट्री संचालक के खिलाफ जहां मुकदमा दर्ज कराया गया है, वहीं दूसरी फैक्ट्री संचालक के यहां से सैंपल भरकर उसे सील किया गया है।
आज प्रशासन ने शहर के नाई का नगला में एक फैक्ट्री पर छापा मारा। प्रशासन को यहां भी यह सूचना मिली थी कि नकली घी का निर्माण होता है। इससे पहले रात्रि में इस बंद फैक्ट्री पर भी प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे थे लेकिन वहां कोई भी प्रशासन को नहीं मिला था। आज फिर उप जिलाधिकारी सदर नीरज शर्मा की अगुवाई में नाई का नगला स्थित निशा ट्रेडर्स एंड पैकर्स पर प्रशासन ने छापा मारा गया। प्रशासन ने वहां काफी गहनता से जांच पड़ताल की और नमूने लिए। फैक्ट्री स्वामी महेशचन्द्र खंडेलवाल ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में पूजा में प्रयुक्त होने वाला ऑयल बनता है। प्रशासन के साथ खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी मौजूद थी और टीम ने फैक्ट्री के पूरे परिसर का निरीक्षण भी किया। इस दौरान सीओ सिटी एवं कोतवाली प्रभारी निरीक्षक भी मौजूद थे। टीम ने यहां से नमूने एकत्रित कर लिए हैं।
उक्त प्रकरण में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त खाद्य-2 रणधीर सिंह ने बताया है कि निरीक्षण में उक्त फर्म द्वारा विभिन्न ब्रांडों के नाम से नॉन एडिविल वेजिटेबल फैट/ ऑयल जो पूजा सामग्री रूप में तैयार किया जा रहा था और मिलावट के संदेह के आधार पर एडिविल फैट में से दो नमूना संग्रहीत कर जांच हेतु भेजे जा रहे हैं । उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट के विरुद्ध छापा मार कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।