पत्रकार समाज का आईना होता है-डीएमःघटनाओं के खुलासे मंे पत्रकारों की होती है अहम भूमिकाःएसपी
हाथरस-26 सितंबर। पत्रकार समाज का आईना होता है, वह समाज को सही दिशा दिखाने का काम करते हंै। घटनाओं को उजागर करने एवं पुलिस प्रशासन को जानकारी देने का काम पत्रकार करते हंै। पत्रकारों को निष्पक्ष एवं साफ, स्वच्छ की पत्राकारिता करनी चाहिये, जिससे उनका समाज मंे नाम रोशन हो सकें।
उक्त उद्गार मेला पंडाल मे आयोजित मण्डलीय पत्रकार सम्मेलन मे बतौर उद्घाटनकर्ता जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने व्यक्त करते हुये कहा कि लोकतंत्र मे पत्राकारिता को चैथा स्तम्भ कहा जाता है। मेला श्री दाऊजी महाराज के पंडाल में आयोजित जिला स्तरीय प्रिंट, इलैक्ट्रोनिक व छायाकार सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिलाधिकारी/मेला रिसीवर राहुल पाडेय, एसपी निपुण अग्रवाल एवं दिल्ली की वरिष्ठ पत्रकार स्पप्निल सारस्वत द्वारा दीप प्रज्जवलन व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। जिलाधिकारी ने पत्रकारों से कहा कि समाचार प्रकाशित करने से पहले यह अवश्य देख लें कि कहीं समाचार से समाज में कोई गलत संदेश तो नहीं जा रहा है। मीडिया ने जब भी समाचारों को प्रकाशित कर किसी चीज को इंगित किया है, उस पर उन्होंने कार्यवाही भी की है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि अपोजिशन सबसे महत्वपूर्ण होता है।
पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल ने कहा कि जनपद के पत्रकारों का विशेष सहयोग मिलता है। समाचारों एवं घटनाओं मे पत्रकार पुलिस प्रशासन का सहयोग करते है।
विशाल पत्रकार सम्मेलन में मुख्य अतिथि दिल्ली की वरिष्ठ पत्रकार स्वप्निल सारस्वत ने कहा कि मेरा जन्म हाथरस मे हुआ है और यही पर मेरी शिक्षा हुई है। आज के युग मे पत्राकारिता की बहुत बडी आवश्यकता है। नेताओं एवं सरकारों को सही दिशा दिखाने का काम करते है। समाचार पत्रों में प्रकाशित नकारात्मक समाचार की शासन से जांच होती है। इसलिये भृमित व गलत समाचार प्रकाशित न करके हमें तथ्यों के साथ जांच करने के बाद ही खबर लिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार पत्रकारों के हितों के लिये निरन्तर कार्य कर रही है। कवि हरिनाम दास सांचा ने काव्य के माध्यम से पत्रकारिता के बारे में बताया।
कार्यक्रम संयोजक राजकुमार वाष्र्णेय ने कार्यक्रम में पधारे सभी पत्रकार बंधुओं का आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महेश चंदेल ने की।
कार्यक्रम मे राजेश सिंघल, शम्मी गौतम, विकास भारद्वाज, नरेश सागर, आदिल खान, सुनील कुमार, नीरज वर्मा, अनिल कश्यप संपादक, पीसी शर्मा, नीरज चक्रपाणी, संजय शर्मा, आयोग दीपक, संतोष त्रिवेदी, दीनदयाल, शम्भूनाथ पुरोहित, विष्णु नागर, मनोज वाष्र्णेय, प्रशांत दीक्षित, अशोक वाष्र्णेय, शेखर वर्मा, मौनू खान, विनय चतुर्वेदी, उत्कृष पाठक, रितुराज चंचल, सुनील सविता, सुरेश सविता, देव चैधरी, पीयूष बब्बू, राजू शर्मा, पुष्कर कुमार लालसा, बासुदेव सिंह, सुनील शर्मा, अनूप शर्मा, मनोज शर्मा, मनोज कुमार सिंह, मुकेश यादव, सेंट जाॅन्स कालेज की प्रधानाचार्य सुचेता जाॅन, एमएलडीवी कालेज एवं आरकेएसके स्कूल के डायरेक्टर स्वतंत्र कुमार गुप्त आदि उपस्थित थे। जबकि कार्यक्रम का संचालन अतुल आंधीवाल एड. ने किया।