अन्तर्राष्ट्रीय तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में संगोष्ठी का आयोजन
हाथरस-1 जून। हर साल 12 लाख से अधिक लोग तम्बाकू छोड़ देते हैं क्योंकि वह तम्बाकू खाने के लिए जीवित ही नहीं रहते। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने विविधता से भरे महान देश में जन्म लिया है, जहाँ खाने के लिए बहुत कुछ है। अकबर के समय पुर्तगाली भारत आये उनके साथ ही तम्बाकू भारत में आ गया और अब यह इतना रच-बस गया है कि इसे लोग छोड़ना भी मुश्किल समझते हैं। जब स्वयं को इस जहर से मुक्ति दिलायेंगे या बचायेंगे तब दूसरों को बचाने का प्रयास कर सकेंगे। उक्त विचार बीके शान्ता बहिन ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अलीगढ रोड स्थित आनन्दपुरी कालोनी में ब्रह्मावत्सों को 31 मई अन्तर्राष्ट्रीय तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर शपथ दिलाते हुए व्यक्त किये।
एसीएमओ डा. मधुर कुमार सिंह ने बताया गया कि तम्बाकू के खाने से कैंसर होने की संभावना बहुत अधिक हो जाती है। कैंसर के 200 से अधिक प्रकार होते हैं और शरीर के किसी भी हिस्से को कैंसर अपना शिकार बना सकता है। भारत में 2 करोड से अधिक कैंसर के मरीज हैं उनमें से अधिकांश वे हैं जो तम्बाकू का प्रयोग करते रहे हैं।
बीके शान्ता बहिन ने अपने अतिथि सम्बोधन में कहा कि जिसने नारायणी नशा किया यानि अपने जीवन को दिव्य गुणांे से सम्पन्न बनाने का संकल्प लिया उन्हें अपने को खुश रखने के लिए किसी नशे की जरूरत नहीं है। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज के मेडीकल विंग द्वारा चलाये जा रहे अभियान मेरा भारत नशा मुक्त भारत अभियान की जानकारी दी तथा वीडियो एवं प्रदर्शनी द्वारा नशे से खासकर तम्बाकू से होने वाली बीमारियों की जानकारी दी।
मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से डा. ललित प्रताप सिंह ने बताया कि एक बार लगी तम्बाकू की लत से छुटकारा नियमित योग से एवं काउंसलिग से मिल सकता है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मंजीत सिंह ने कहा कि बचपन से ही बच्चों की आदतों पर नजर रखकर इन्हें नशे रूपी जहर से बचाया जा सकता है।
डिप्टी सी.एम.ओ. डा. नरेश गोयल ने उपस्थित डाॅक्टर्स स्टाफ को खुद को नशे से दूर रहकर समाज को इससे बचाने के लिए शपथ दिलाई।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से साहब सिंह, पब्लिक हेल्थ आफीसर डा. खान इकबाल, डीपीएम दलवीर ंिसह, मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से नीलिमा हंसदा, बीके वन्दना बहिन, गजेन्द्र भाई सहित सीएमओ कार्यालय का सभी स्टाफकर्मी मौजूद थे।