सिकंदराराऊ। आधा किमी लम्बे तालाब में आपार जलराशि के सामने जिला वन विभाग नतमस्तक हो गया। शनिवार को डीएफओ ने गांव कपसिया के तालाब का दौरा कर कहा कि जब तक तालाब से पानी की निकासी न हो जल स्तर कम न हो तब तक बलिष्ठ जलचर का पकड़ा जाना दुरूह कार्य है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए दो पुलिस कर्मी तैनात की गए है ।बतादें पिछले दस दिनों से तालाब में दिख रहे विशालकाय मगरमच्छ से दहशत में है । तालाब से मगरमच्छ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पहुंची । अगर वन विभाग तालाब का पानी निकालने की सोचता है तो समस्या पैदा होगी कि पानी को कहां डाला जाए । इसके लिये बड़ी पम्पों की आवश्यकता पड़े़गी । जो कि वन विभाग के पास नहीं हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर वन विभाग दोपहर के बाद लगातार स्टीमर चला कर मगरमच्छ की खोज करे तो वो हाथ आ सकता है। पुलिसकर्मी ग्रामीणों को तालाब के पास जाने से रोक ही सकते है लेकिन मगरमच्छ का पुलिस क्या करेगी। ग्रामीणों के अनुसार प्रतिदिन जैसे ही दोपहर के तीन बजते हैं मगरमच्छ शिकार की तलाश में तैर कर किनारे पर आ जाता है। ग्रामीणों का कहना है अगर एक मुर्गा तालाब के किनारे बांध दिया जाये तो मगरमच्छ उसका शिकार बगुला समझ कर शिकार करने आयेगा तब उसे पकड़ा जा सकता है।फिलहाल ग्रामीण इस लिये भय व दहशत में है क्यों कि मगरमच्छ अंधेरा होते ही सूखी जमीन पर विचरण करता नजर आता है।किशोरी को ले गया युवक सिकंदराराऊ। कस्बा के एक मोहल्ला निवासी 14 वर्षीय किशोरी को नामजद अपने साथ बहला फुसलाकर ले गया । युवती के पिता ने आरोपी युवक के विरुद्ध कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मोहल्ला निवासी पिता ने दर्ज कराई रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि गत 4 अगस्त की दोपहर दो बजे करीब मोहल्ले का ही जानिब अपने साथ उसकी 14 वर्षीय पुत्री को बहला फुसलाकर ले गया । किशोरी घर में रखे स्वर्ण आभूषण व दस हजार रूपए अपने साथ ले गई है । रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस किशोरी की तलाश में जुट गई है ।