प्रकृति का अद्भुत नजारा मंगलवार की शाम देखा गया, जब अचानक सासनी शहर के आसमान में सात रंगों की रंगोली में एक इंद्रधनुष ने स्वच्छ प्रकृति का शृंगार किया।
बता दें कि पिछले कई दिनों से मौसम का मिजाज बदल रहा है। लोगों का कहना है कि इन चार पांच दिनों में मौसम ने गर्मी का अहसास ही नहीं होने दिया। जिन किसानों ने रबी की फसलों की कटाई के बाद खेतों में मिट्टी सूख गई थी जिससे खेतों की जुताई नहीं हो पाई थी, उन खेतों में अब आसानी से जुताई हो रही है। कई खेतों में तो गीला अधिक होने के कारण जुताई ही नहीं हो पा रही है। इंद्रधनुष तो आमतौर पर हम सभी लोगों ने देखा होगा, जो अक्सर हमें बरसात के मौसम में आसमान साफ होने पर दिखाई देता है। दरअसल, बारिश के मौसम आसमान में धनुष के आकार में सात रंगों से बनी आकृति होती है, जिसे इंद्रधनुष कहते हैं। भारतीय हिन्दू संस्कृति में इंद्र को वर्षा का देवता माना जाता है। ऐसे में सूर्य एवं जल के मेल पर, जो धनुष रुपी आकृति बनती हैं, उसे इंद्र के धनुष की संज्ञा दी जाती है। कुछ लोग इसे इंद्र का सप्तरंगी झूला भी कहते हैं, आज सासनी में दिखाई दिए इंद्रधनुष ने लोगों में खुशी का माहौल पैदा कर दिया। कई लोगों ने तो इंद्रधनुष को हाथ जोडकर प्रणाम भी किया।