हाथरस-18 मई। प्रेम रघु हॉस्पिटल एण्ड पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट में उच्च रक्तचाप के प्रति गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें उच्च रक्तचाप के लक्षण व उसकी रोकथाम व बीमारी पर नियंत्रण करने के लिए चर्चा हुई। विश्व में 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस घोषित किया गया है इसका उद्देश्य दुनिया भर में लोगों में जागरूकता उत्पन्न करना और बताना है कि किस तरह से इस बीमारी से हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कैसे कम किया जा सकता है। संस्था के डेप्युटी डायरेक्टर डॉ भरत शर्मा ने बताया कि ॅभ्व् के अनुसार ये दिन दुनियाभर में हर साल दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी बीमारियों से बचने के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। इसके अलावा 2025 तक हाई बीपी के प्रसार को 25प्रतिशत तक कम करने के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, ॅभ्व् और संयुक्त राज्य अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने 2016 में ग्लोबल हार्ट्स इनिशिएटिव लॉन्च किया था और आज भी इसके तहत लगातार काम किया जा रहा है। इसके लिए 5 थ्व्त्डन्स्। तय किए गए हैं। जैसे हृदय रोगों का प्रबंधन, तंबाकू पर नियंत्रण, शारीरिक गतिविधि में वृद्धि, नमक की खपत कम करना, ट्रांस फैट को खत्म करना।
संस्था के प्रधानाचार्य ने कहा कि दुनिया भर में एक अरब से अधिक लोगों को उच्च रक्तचाप प्रभावित करता है और यह असामयिक मौत का भी एक प्रमुख कारण है। हाई ब्लड प्रेशर हर साल लगभग 7.5 मिलियन मौतों के लिए जिम्मेदार है। इसलिए विश्व उच्च रक्तचाप दिवस का मकसद उच्च रक्तचाप के फैलाव, इसके लक्षणों और इससे निपटने के लिए व सेहतमंद जीवनशैली अपनाने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
संस्था के छात्रों ने विभिन्न प्रकार के मॉडल एवं चार्ट प्रदर्शनी के माध्यम से उच्च रक्तचाप के बारे मैं जागरूक किया। अंत में संस्था के चेयरमैन डॉ पी. पी. सिंह ने कहा कि उच्च रक्तचाप की समस्या से अनेक प्रकार की बीमारियां जैसे किडनी डिजीज, डायबिटीज, क्रोनिक हर्ट डिजीज, ब्रेन स्ट्रोक आदि उत्पन्न होती हैं इसके लिए उन्होंने कहा कि हमें अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना है और इन बीमारियों से बचने के लिए उच्च फाइवर डाइट का सेवन व नियमित शारीरिक व्यायाम करना है और जंक फूड आदि के सेवन से बचना है। कार्यक्रम में संस्था के अध्यापक सपना प्रजापति, डॉली सिंह, सौरभ, कुनिका, प्रियंका समस्त छात्र-छात्राओं का विशेष सहयोग रहा।