गांव किशनगढी में एक चैबीस वर्षीय विवाहिता को परिजनों ने जब फांसी के फंदे पर लटके देखा तो उनके होश फाख्ता हो गये। परिजनों में करूण क्रंदन मच गया। उधर विवाहिता के मायके प़क्ष ने परिजनों पर अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने पर विवाहिता की हत्या का अरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर दी है।
रविवार को कोतवाली में तहरीर देते हुए थाना चंदपा के गांव पापरी निवासी विजेन्द्र सिंह पुत्र बाबूलाल ने कहा है कि अपनी पुत्री सोनम का विवाह मुख्यमन्त्री सामूहिक विवाह योजना के तहत थाना सासनी के गांव किशनगढी निवासी दीपेश पुत्र गजराजसिह से हिन्दू रीति रिवाज के साथ किया था। गांव पापरी से बेटी की खुशी-खुशी विदाई की थी। कुछ समय बाद से साथ उसकी पुत्री सोनम से दीपेश व उसके परिजन अतिरिक्त दहेज की भाग करने लगे। और दहेज न देने पर आए दिन मारपीट कर बेटी को धमकी देते हुए प्रताडित करते रहे। बेटी की पीडा को सुन गांव के कुछ सभ्रांत व्यक्तियों के साथ गांव किशनगढी आया और समझा बुझाकर मामला शांत कर बेटी को ससुराल में ही छोड़ आया। दिनांक दो जून दिन रविवार को सुबह लगभग सुबह साढे चार बजे गांव से तुम्हारी बेटी को दीपेश और उसके परिजनों नेे दहेज की खातिर मिलकर मार दिया है। जब पीडित गांव किशनगढ़ी आया तो जानकारी हुई कि एक जून दिन शनिवार की शाम दीपेश, रचना पत्नी, नीलम पत्नी प्रमोद, एवं दशरथ पुत्र गजराज, एवम गजराज सिंह पुत्र सुनहरीलाल, प्रमोद, नीलम पानी प्रमोद, भूदेवी पत्नी गजराज सिंह, बिजेन्द्र, आदि सभी लोगो ने एक राय होकर पीडित की पुत्री को बेरहमी से मारकर फाफी के फन्दे पर लटका दिया है। पीडित ने घटना की जांच कर कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस से गुहार लगाई है।