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November 2, 2024 1:11 am

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मां से बढ़कर इस दुनियां में कोई और महान नहीं, परशुराम जयंती पर सासनी में सजी कवि चैपाल

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 नगर की बुजुर्गों एवं कवियों की सामाजिक साहित्यिक संस्था साहित्यानंद द्वारा भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन के संयोजन में कवि चैपाल लगाई गई। जिसकी अध्यक्षता संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष योगेश त्रिवेदी ने की।
शुक्रवार की शाम कवि चैपाल का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष अध्यक्ष द्वारा दीप प्रज्वलन करने और विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के छवि चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद कवि विष्णु शर्मा की सरस्वती वंदना से हुआ। इसके बाद उन्होंने सुनाया-प्यारी लागे घर वारी मीठी रस खीर सी मोह ममता से बांध राखे परिवार कूं । कवि रविराज सिंह ने सुनाया शिक्षा दे रही जी हमको रामायण अति प्यारी। इसके बाद हास्य कवि वीरपाल सिंह ने सुनाया-देख के मेरी फटी पैंट सब करने लगे कमेंट पेंट की सिलाई मार गई रोक न पाई गवर्नमेंट महंगाई मार गई । इसके बाद कवि पप्पू टेलर ने सुनाया-सर का बोझ नहीं है बेटी सुनो लगा कर ध्यान है जिस घर में ना जन्मी बेटी वह घर नरक समान है । इसके बाद कवि शैलेश अवस्थी ने कवि चैपाल को नई दिशा देते हुए सुनाया – यार हमारी बात सुनो दरिया दिल इंसान बनो बेटी है सृष्टि की धरोहर इसका मान करो। इसके उपरांत कवि गगन वार्ष्णेय गगन ने सुनाया -सब कुछ न्यौछावर कर देती जतलाती एहसान नहीं मां से बढ़ कर इस दुनिया में कोई और महान नहीं ।इसके बाद कवयित्री नेहा वार्ष्णेय ने सुनाया -देश में अब चुनाव है जगह-जगह प्रचार है नेताओं का उमड़ रहा सैलाब है। इसके बाद व्यंग्यकार कवि वीरेंद्र जैन नारद ने सुनाया -कब तक दर्द छुपा कर रखें कब तक पलक भिगोएं ना यह कैसे मुमकिन है बताओ चोट लगे और रोएं ना। कवि राम निवास उपाध्याय ने सुनाया – यारो नया विकास आ गया धरती पर आकाश आ गया।इसके बाद राम चरन सिंह बघेल द्वारा सभी आगंतुक कवियों व अतिथियों का आभार व्यक्त करने के साथ ही कवि चैपाल का समापन हो गया। कवि चैपाल का कुशल संचालन वीरेंद्र जैन द्वारा किया गया।

sunil sharma
Author: sunil sharma

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